शासन-प्रशासन लोगों की मदद का ढिंढ़ोरा पीट रहा वही वृद्धा सीताबाई जो भूखी प्यासी अपनी अंधेरी झोपड़ी में जीवन के अंतिम पढ़ाव पर समय काट रही है।
भूखी प्यासी अपनी अंधेरी झोपड़ी में जीवन के अंतिम पढ़ाव पर समय काट रही है।
(विजय सिंह ठाकुर )
उज्जैन l आज कोरोना संक्रमण वैश्विक महामारी के रूप में फैला हुआ है। इसके चलते जारी लॉक डाउन कर्फ्यू मैं संस्था देवी अवंतिका सामाजिक युवा कल्याण समिति
निरंतर प्रयत्न कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों की मदद कि जा सके। इसी श्रंखला में
संस्था से जुड़ी समाज सेविका सुमन गोमे प्रति-दिन जरूरतमंदों की सेवा के साथ ही वृद्धों की सेवा करने मे पीछे नहीं हैं ।
जरूरतमंदों को भोजन, पानी व मास्क वितरित करने के अलावा जानवरों लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। सुमन गोमे के द्वारा नेहरू नगर निवासी एक निराश्रित बीमार
वृद्धा सीताबाई जो भूखी प्यासी अपनी अंधेरी झोपड़ी में जीवन के अंतिम पढ़ाव पर समय काट रही है।
सेविका सुमन के प्रयास से उसके अंधेरे घर मे लाइट लगवाई व प्रतिदिन उसकी सुविधा के अनुसार उसे भोजन और दवाइयों उपलब्ध कराई। सुमन गोमे इस मानवीय संवेदना कि क्षेत्रिय लोगों द्वारा प्रशंसा की जा रही है। वही संस्था देवी अवंतिका सामाजिक युवा कल्याण समिति की रजनी नरवरिया व करुणा शितोले ने उन्हें इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद दिया। गौरतलब रहे कि एक और जहां कोरोना वायरस संक्रमण से फैली महामारी में
शासन-प्रशासन लोगों की मदद का ढिंढ़ोरा पीट रहा
है वही शहर में ऐसे कई लोग हैं ।जो कोरोना वायरस के साथ-साथ भूख से भी लड़ाई लड़ रहे हैं । जिला प्रशासन की उपेक्षा के शिकार ऐसे लोगों की सेवा बिरले ही कुछ लोग कर रहे हैं ।जो धन्यवाद के पात्र हैं।