सफलता की कहानी" पहले 10 से 20 बीघा में सिंचाई कर पाते थे, तालाब निर्माण के बाद बढ़ा 5 गुना उत्पादन
वीरेंद्र ठाकुर
उज्जैन । तराना से लगभग 15 किलो मीटर दूर स्थित दुबली गांव के युवा किसान नरेन्द्र पिता महेशचन्द्र पाटीदार पहले पानी की कमी होने से अपने खेत में मात्र 10 से 20 बीघा में ही सिंचाई कर पाते थे। इससे उनका उत्पादन तो कम होता ही था, लागत भी अधिक हो जाती थी, जिससे काफी नुकसान होता था।
ऐसे में किसान नरेन्द्र पाटीदार ने इस परेशानी का हल अपनी ही कृषि भूमि पर तालाब का निर्माण कर किया। इससे सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी उन्हें प्राकृतिक तरीके से मिल सका। इस वजह से अब फसल उत्पादन में पांच गुना बढ़ौत्री हुई है। वर्षा जल संग्रहण के लिये बनाये गये तालाब के कारण अब नरेन्द्र पाटीदार 80 बीघा जमीन में आलू, लहसुन, गेहूं, चना और प्याज की फसल ले पा रहे हैं। साथ ही नरेन्द्र तालाब में मछली पालन भी कर रहे हैं। मछलियों के बड़े होने के पश्चात बाजार में उनकी कीमत तकरीबन ढाई लाख रुपये तक आंकी जा रही है। फसल में पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ तालाब मछली पालन के कारण आमदनी में बढ़ौत्री कर रहा है।
नरेन्द्र को तालाब निर्माण हेतु चार बीघा जमीन में आत्मा परियोजना के अन्तर्गत शासन की ओर से अनुदान राशि उपलब्ध कराई गई। नरेन्द्र ने बताया कि पहले खेत में उन्होंने पानी की समस्या दूर करने के लिये कई बार अलग-अलग स्थानों पर ट्यूबवेल खनन करवाया था, परन्तु समस्या ज्यों की त्यों थी, परन्तु अब तालाब निर्माण करने से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गई हैं। नरेन्द्र कृषि विभाग और उद्यानिकी विभाग द्वारा जारी की गई सलाह हेतु उनका आभार व्यक्त करते हैं।